देहरादून की निरंजनपुर मंडी आम लोगों के लिए बंद, केवल छोटे व्यापारियों, ठेली वालों को ही एंट्री
देहरादून की निरंजनपुर मंडी से शुक्रवार से आम लोगों को सब्जी नहीं मिलेगी। सुबह सात से दस बजे के दौरान बढ़ रही भीड़ को देखते हुए मंडी समिति ने यह फैसला लिया है। मंडी से केवल छोटे दुकानदार, ठेली और रेहड़ी वाले ही सब्जी खरीद सकेंगे। कुछ दिनों से निरंजनपुर मंडी में भीड़ के चलते स्थिति को संभालना मुश्किल हो रहा है। बृहस्पतिवार को भी सुबह बड़ी संख्या में लोग मंडी पहुंच गए। फल और सब्जियां खरीदने के लिए लोग सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले को भूल गए।
 

इस पर मंडी समिति को सख्ती करते हुए लोगों को मंडी परिसर से बाहर खदेड़ना पड़ा। पुलिस की मदद से मंडी परिसर को खाली कराया गया। इस दौरान कुछ लोगों की मंडी अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। उन्होंने कहा कि वह बहुत दूर से फल सब्जियां खरीदने आए हैं।

मंडी समिति अध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग फल सब्जियां खरीदने के लिए मंडी में आ रहे हैं, जिससे भीड़ बढ़ रही है। लोग अपने आसपास के छोटे दुकानदारों और ठेली, रेहड़ी वालों से ही फल, सब्जियां खरीदें। इससे अनावश्यक भीड़ नहीं लगेगी और लोग भी सुरक्षित रहेंगे। शुक्रवार से मंडी में केवल छोटे दुकानदार, ठेली और रेहड़ी वालों को ही एंट्री दी जाएगी ताकि वह फल सब्जियां खरीद कर अलग-अलग क्षेत्रों में बेच सकें।


यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर रोके आलू लदे ट्रक



फल व सब्जियों के वाहनों को छूट के बावजूद स्टेट बॉर्डर पर रोका जा रहा है। इससे सप्लाई पर भी असर पड़ने लगा है। पंजाब-हरियाणा से आलू लेकर चले ट्रक यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर खड़े हैं। वहीं सप्लाई कम होते ही आलू की थोक कीमतों में उछाल आने लगा है। केंद्र सरकार ने अपनी गाइडलाइन में दूध, फल, सब्जियों, खाद्यान्न के वाहनों को चलने की छूट दी है। उसके बावजूद राज्यों की सीमाओं पर वाहनों को रोका जा रहा है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से आलू लेकर उत्तराखंड के लिए चले ऐसे ही कई ट्रक यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर खड़े हैं।

मंडी अधिकारियों के अनुसार इन वाहनों को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके चलते बृहस्पतिवार को निरंजनपुर मंडी में आलू की सप्लाई आवक काफी कम रही। इससे थोक कीमतों में उछाल आ गया। 850 रुपये क्विंटल तक बिक रहा आलू बृहस्पतिवार को 1100 से 1200 रुपये क्विंटल तक बिका। अन्य सब्जियों की सप्लाई पर भी असर पड़ा है। वहीं पहाड़ से मटर की सप्लाई भी बंद हो गई है।

पहुंचने में लग रहा ज्यादा वक्त
फल सब्जियां लेकर आ रहे वाहनों को इन दिनों मंडी तक पहुंचने में ज्यादा वक्त लग रहा है। जगह-जगह चेकिंग और रोके जाने के चलते गाड़ियां देरी से मंडी पहुंच रही हैं। लॉकडाउन के चलते लोगों को खरीदारी के लिए केवल सुबह सात से 10 बजे तक तक का ही समय दिया गया है। कई बार गाड़ियां इसके बाद भी पहुंच रही हैं, जिससे उन सब्जियों की बिक्री अगले दिन हो रही है।